Honda Cars: ना ही टाटा और ना ही महिंद्रा होंडा कार्स जो की एक जापान की कंपनी है वह भारत की सबसे पहले कंपनी है जिसने अपनी गाड़ियों में E20 compliance का इस्तेमाल किया था। होंडा कार्स ने E20 का अपनी सारी गाड़ियों के सेगमेंट में इस्तेमाल किया है जैसे नई थर्ड जनरेशन की अमेज, एलीवेट और यहां तक की होंडा सिटी में भी. होंडा ऐसी एक पहली कंपनी है जिसने अपनी गाड़ियों में सबसे पहले E20 का इस्तेमाल किया था 2009 में जो कि लोगों के लिए बेहद ही आसान बना देता है E20 फ्यूल पर परफॉर्म करना जो की आपको आगे जाकर बिना किसी बदलाव और मॉडिफाई की जरूरत भी नहीं पड़ेगी.
Honda Motors India:
Mr. Kunal Behl, वाइस प्रेसिडेंट, मार्केटिंग एंड सेल्स होंडा कार्स इंडिया लिमिटेड ने बोला है HCIL का टारगेट है सस्टेनेबल सॉल्यूशन ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री में जो कि आपकी गाड़ी की परफॉर्मेंस को बढ़ा देगा जिससे कि ग्राहकों को हौसला मिलेगा अपने नई और भविष्य के लिए एक बेहतरीन गाड़ी के लिए होंडा cars ने इंडिया में पहले से ही कह रखा है कि वह सिर्फ E20 Compliance का ही इस्तेमाल करेंगे 2009 से जो कि वह इस बात पर अभी तक खरे उतरे हैं.
E20 की मदद से ग्राहक को बिना किसी गाड़ी के पार्ट को मॉडिफाई करें बिना ज्यादा से ज्यादा भविष्य में चला सकते हैं और उन्हें कोई दिक्कत भी नहीं आएगी अभी हाल ही में होंडा मोटर्स की तारीफ हुई उनके इस गजब के प्लेन से जिससे कि पर्यावरण को बेहद ही मदद मिलेगी होंडा cars ने यह वादा किया है कि वह भारत में सस्टेनेबल और ग्रीन फ्यूचर को बरकरार रखेगा और इंडिया को साफ और सस्टेनेबल बनाने में मदद करेगा.
E20 क्या है और यह इतना जरूरी क्यों है?
E20 का मतलब Ethanol है जो एक बायोफ्यूल है जिससे वह पेड़ों से उत्पन्न होता है जैसे corn, सुगरकेन और बायोमास. E20 फ्यूल एक मिश्रण है 80% गैसोलीन और 20% एथेनॉल का जो की मदद करता है कार्बन फुटप्रिंट को कम करने में और एयर क्वालिटी को बढ़ाने में जिससे कि सस्टेनेबिलिटी बढ़ जाती है इसका प्राइस उतना ही होता है जितना गैसोलीन का है पर इसका इतना महत्वपूर्ण रोल इसलिए है क्योंकि यह भारत को दूसरे देशों के फ्यूल पर निर्भर होने नहीं देता ज्यादा यह फ्यूल गाड़ी के इंजन के परफॉर्मेंस को भी बढ़ता है और कॉस्ट को भी.
सरकार का फैसला E20 पर:
सरकार ने एक बड़ा फैसला लिया है E20 को लेकर जिस पर की सरकार ने बोला है कि 1 अप्रैल 2025 के बाद से सारी कंपनियों की गाड़ियां जो कि पेट्रोल पावर, मोनो फ्यूल, बाय-फ्यूल और हाइब्रिड व्हीकल में E20 का होना अनिवार्य है जिससे कि भारत को ही नहीं पर्यावरण में भी बेहद मदद मिलेगी.